jhon elia shayri । जॉन एलिया शायरी हिंदी में । biography
यह एक उर्दू के महान शायर थे, jhon elia भारत में जन्में थे , बिट्रिश में रहे ओर पाकिस्तान में आखिरी सांस लि, jhon elia shayri आज सबसे ज्यादा सर्च कि जाती हे , इनकी कविताएं गजल भीबहुत पसंद कि जाती हे, में इनकी सब सुपर ज्यादा फेमस हुइ शायरी इस पोस्ट पर डालता रहुंगा आप कभी भी पड़ सकते हो ,
तो पड़ते हे jhon elia कि कुछ shayri ,
रोया हु तो अपने दोस्तों में
पर तुझ से तो हंस के हि मिला हु ,
आज बहुत दिन बाद में अपने कमरे तक आ निकला था
जु हि दरवाज़ा खोला हे उस कि खुशबू आइ हे ,
हम कहा ओर तुम कहा जाना हे
कइ हिज्र दरमियां जानां ,
jhon elia shayri "
##04- अब कोई नही मेरे जहन ओर जिंदगी में
जो थे तुम थे ,
##05- सबकुछ खो दिया हमने
बस सिर्फ किसी को पाने के लिये ,
##06 तुम्हारे बाद जिसका भी जी चाहे मुझे रख ले
जनाजा अपनी मर्जी से कब कंधा बदलता है,
☝☝☝ ☝☝☝,
##07- तेरे इश्क़ ने खून के आंसू रुलाए
वरना , दिल लगी के बादशाह थे हम,
jhon elia shayri हिंदी में ,
##08- *बंधन हूँ ना जंजीर हूँ ना रंग हूँ ना तस्वीर हूँ*
*दौलत है प्रेम की पास मे मेरे बाकी मै धन से फकीर हूँ,
##09- जहान की खिलावट में जुलूल नहीं आएगा;
गम-ए-तोहीन से कुबूल नहीं आएगा;
मक्लूल की इबरात है, यह कुर्फा ग़ालिब;
तुम्हारे दिमाग का दही हो जाएगी पर यह शेर समझ नहीं आएगा ,
##10- अब बात जहाँ इश्क की होती है,
.
.
वहाँ से हम उठकर चले जाते हैं ,
मेरा इश्क़ औरों सा नहीं...!!
तन्हा रहेंगे...पर तेरे ही रहेंगे...,
##12- کی
कैसे कह दूँ कि मुझे छोड़ दिया है उस ने
बात तो सच है मगर बात है रुस्वाई की ,
13- अज़ल से क़ाएम हैं दोनों अपनी ज़िदों पे ‘मोहसिन’
चलेगा पानी मगर किनारा नहीं चलेगा ,
दुश्मनों के साथ मेरे दोस्त भी आज़ाद हैं
देखना है खींचता है मुझ पे पहला तीर कौन
"jhon Elia shayri " हिंदी में ,
#15-
बड़ी कठिन होती है ये शोहरत की रहगुज़र
संभल न पाओगे एक बार लड़खड़ाने पर....,
jhon elia more shayri updated soon, 🙏
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